Stop-Ur time starts here - Enjoy reading

Pages

RSS

Welcome to my Blog
Hope you enjoy reading.

Monday, March 28, 2011

जल और जलन - Dr Nutan Gairola



जंजाल जी का जबसे जाना मुझे जंजल,
जड़ता से तेरी जला जी का जंगल |
जल कर हम तब जलाशय पर गिरे,
जलन ना गयी जलजला आ गया|
जल में खिले जलज सब जले,
जिया जल का जला, जल, जलजल गया|
जलद उठे जलप्रपात बहे,
अश्रुजलविप्लव से जलधि हो गया |


डॉ नूतन गैरोला - २८ -०३-२०११